Posts

Showing posts from May, 2018
Image
चाहे तो दामन में आसमान रखो , पर इतना न तुम गुमान रखो ! बड़ा जुल्म ढाती है ये दुनिया , हिफाजत को मौत का सामान रखो ! फजीहतों का कोई वक़्त नही होता , हाथ में तैयार हमेशा कमान रखो ! जल जाते हैं ईमान इसकी आंच में , सियासतों से दूर मकान रखो ! कब तलक भरोसा रहे जनता को , सरकारों तुम भी कभी जबान रखो ! © Vishal Maurya ' Vishaloktiya ' नोट - रचना आपको कैसे लगी हमे अवश्य बताए और मित्रों के संग साझा करें  !          हमें यूट्यूब चैनल पर भी फॉलो करे ! ( लिंक नीचे )           https://www.youtube.com/watch?v=8hnHTW0S_f8&t=35s
Image
दिल है वीरान उस दिन से , चुरा ले गयी वो धड़कने जिस दिन से ! मेरे हाथ में तेरा हाथ होगा , लगते हैं ये ख्वाब मुझे नामुमकिन से ! तन्हाई की मूंगफलियां तोड़ेंगे मिलने पर , जो बचा रखी हैं मैंने कई दिन से ! दिखती नही गाँठ रिश्तों के डोर में , जब धागे होते हैं बड़े महीन से ! मिलता है वो मुझसे ऐसे आजकल , जैसे मिलता हो कोई मशीन से ! छू रहे जो आसमां को आज परिंदे , यकीनन उठे थे कल जमीन से ! अब सफेदो-स्याह लगते हैं उसके बिन , संग देखे थे जो ख्वाब रंगीन से ! © Vishal Maurya ' Vishaloktiya ' नोट - रचना आपको कैसे लगी हमे अवश्य बताए और मित्रों के संग साझा करें  !          हमें यूट्यूब चैनल पर भी फॉलो करे ! ( लिंक नीचे )           https://www.youtube.com/watch?v=8hnHTW0S_f8&t=35s